असम की गौरीपुर उन्नयन प्राधिकरण के पुर्व अध्यक्ष परशुराम दुबे की अचानक मौत

असम की गौरीपुर उन्नयन प्राधिकरण के पुर्व अध्यक्ष परशुराम दुबे की अचानक मौत

गौरीपुर से सुरज कुमार महतै : 
परशुराम डुवे बहुत सारे सामाजिक काज कर्म के साथ साथ धुबड़ी-गौरीपुर के उन्नयन प्राधिकारण के पुर्व अध्यक्ष के साथ साथ असम प्रदेश कंग्रेज कमिटि के सम्पादक तथा अल असम भोजपुरी परिषद के सभापति और हिन्दी भाषी उन्नयन परिषद के अध्यक्ष थे। 
समाज सेवक परशुराम दुबे मौत के खोबर ने सारे धुबड़ी जिले में शोक का महल बन गईया। शणिबार को शाम तकरीबन साढ़े तीन से चार बजे के बीच सभी के प्रिय, अखिल असम भोजपुरी परिषद के संस्थापक अध्यक्ष एवं मुख्य सलाहकार, अखिल असम भोजपुरी युवा छात्र परिषद के भूतपूर्व महासचिव, असम हिन्दीभाषी विकास परिषद के चेयरमैन परशुराम दुबे का दिल का दोरा परने से मौत हो गया। यह असम के समूचे हिंदी भाषी समाज की अपुरणिय क्षति हुई है। 
शोमबार को शुभे 9 बाजे असम कंग्रेज कमिटि के तरफ से धुबड़ी जिला कंग्रेज कमिटि के सभापति उत्तम कुमार सरकार श्रध्धानजलि में उपस्थित होकर कंग्रेज कर्म कर्ता के साथ उनके परमात्मा को शान्ति प्रदान करणे के मागने के साथ साथ परिवार को समभेदना दिया।
इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक ने मलेशिया से भारत आने की खबरों का खंडन किया

इस्लामिक प्रचारक जाकिर नाईक ने मलेशिया से भारत आने की खबरों का खंडन किया


नई दिल्ली : विवादित इस्लामिक धर्म प्रचारक जाकिर नाईक को मलेशिया सरकार आज भारत को सौंप सकती है। सूत्रों के मुताबिक नाईक को बुधवार रात मुंबई लाया जाएगा। बता दें कि जाकिर नाईक पीस टीवी के जरिए लोगों को भड़काने का काम करता था। हालांकि जाकिर ने इन सभी बातों का खंडन किया है। वहीं जाकिर नाईक को मलेशिया से लाए जाने की खबर पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के प्रवक्ता आलोक मित्तल ने कहा कि हमारे पास अभी तक ऐसी कोई जानकारी नहीं है। हम इस खबर की जांच कर रहे हैं। जाकिर नाईक ने कहा, "मेरे भारत आने की खबर पूरी तरह गलत और आधारहीन है। मेरा भारत आने का कोई योजना नहीं है। जबतक मुझे भरोसा नहीं हो जाता कि अभियोजन सही तरीके से होगा। जब मुझे लगेगा कि सरकार निष्पक्ष है तब मैं अपने देश लौट आऊंगा।'
जाकिर नाईक के वकील मुबिन सोलकर ने भी उसके भारत आने की खबरों को गलत बताया। सोलकर ने कहा, 'यह खबर बिल्कुल झूठी और निराधार है क्योंकि वह (जाकिर नाइक) आज भारत नहीं आ रहे हैं। जहां तक प्रत्यर्पण प्रक्रिया का सवाल है, पहले यह बताया गया था कि भारत सरकार ने प्रत्यर्पण कार्यवाही शुरू की है लेकिन इसमें कोई प्रगति नहीं हुई है।' जानकारी के मुताबिक मलेशिया पुलिस ने जाकिर नाईक के प्रत्यर्पण की पुष्टि की है। बता दें कि जाकिर नाईक पर भारत में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। वह एनआईए और ईडी की जांच का भी सामना कर रहा है।
पूर्वी भारत में पहली बार कंप्यूटर नेवीगेशन के जरिए घुटना प्रत्यारोपण

पूर्वी भारत में पहली बार कंप्यूटर नेवीगेशन के जरिए घुटना प्रत्यारोपण

रिद्धिमा की जूतियां, दुनिया भर से जुटाए गए बेशकीमती तोहफे, सालों से अलमारी में करीने से रखे थे। कभी सफाई के लिए अलमारी खोलती तो, फिर जूतियों को उसी तरह सजाकर नियत जगह रख देती। अलमारी का दरवाजा बंद करते वक्त उसकी आंखों में दर्द साफ झलकता था। मनपसंद खूबसूरत जूतियां होने के बावजूद, उन्हें पहन न पाने का उसका दर्द मैंने न केवल देखा, बल्कि महसूस भी किया। ये बयान करते हुए मरीज, रिद्धिमा चटर्जी से बेपनाह मोहब्बत करने वाले उनके पति कुंतल चटर्जी की आंखे भर आई थीं। 


कोलकाता : गरियाहाट निवासी इंग्लिश स्कूल टीचर 63 साल की रिद्धिमा चटर्जी (नाम परिवर्तित) पिछले 8 सालों से घुटने में भीषण दर्द से परेशान थी। घुटने में गठिया के लक्षण साफ दिख रहे थे और साल दर साल उसकी हालत खराब होती जा रही थी। पिछले एक साल से तो दर्द इस कदर बढ़ गया था कि टहलना और सीढ़िया चढ़ना जैसे रोजमर्रा के काम भी नहीं हो पा रहे थे। रिद्धिमा, जेहन पर जोर डालते हुए बताती हैं, दिनों दिन अकड़न बढ़ती जा रही थी। चलना फिरना दूभर हो गया था। हर घड़ी लगता था कि जल्दी घुटना प्रत्यारोपण हो जाए और दर्द से छुटकारा मिल जाए। दरअसल, उनकी तकलीफ की एक और वजह, तकरीबन 20 साल पहले एक हादसे में उनकी जांघ की हड्डी में हुआ फ्रैक्चर था, जिसमें हड्डी गलत ढंग से जुड़ गई थी। जब रिद्धिमा के लिए, हालात बेहद मुश्किल होने लगे, तब परिजनों ने मेडिका में डॉ. विकास कपूर से मिलने का फैसला किया। डॉ. कपूर ने एक्स-रे देखने के बाद घुटना प्रत्यारोपण कराने की सलाह दी। दर्द से जल्दी छुटकारा पाने का इससे आसान कोई उपाय भी नहीं था। 
मेडिका सुपरस्पेशलटी हॉस्पिटल में 15 दिसंबर, 2017 को कंप्यूटर नेवीगेशन के जरिये रिद्धिमा की घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी (टी.के.आर.) हुई । बताते चलें, कंप्यूटर की मदद से होने वाली सर्जरी (सी.ए.एस.) का इस्तेमाल घुटना प्रत्यारोपण के दौरान इम्प्लांट को बेहतर ढंग से सही जगह प्रतिस्थापित करने के लिए किया जाता है। आमतौर पर 4-5 घंटे तक चलने वाली बेहद जटिल सर्जरी को जाने-माने आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. विकास कपूर और उनकी टीम ने महज एक घंटे में ही निपटा दिया। हालांकि डॉक्टरों ने रिद्धिमा को तीसरे दिन ही डिस्चार्ज करने के लिए कहा था, लेकिन वह इसके लिए तैयार नहीं हुईं। फिर उन्हें छठे दिन डिस्चार्ज किया गया। मेडिका अस्पताल समूह के वाइस चेयरमैन सह आर्थोपेडिक्स के ग्रुप डायरेक्टर डॉ. विकास कपूर बताते हैं, रिद्धिमा के घुटने की हालत को देखते हुए बगैर नेविगेशन के घुटना प्रत्यारोपण करना मुमकिन नहीं था। उन्होंने कहा, मरीज, पहले की तुलना में अब कहीं ज्यादा तेजी से रिकवरी कर रहे हैं। हमने, सर्जरी करने के पहले ही श्रीमती चटर्जी को भरोसा दिलाया था कि आपकी घुटने संबंधी सारी दिक्कत दूर हो जाएगी। डॉ. कपूर ने बताया, आर्थोएलाइन ( कंप्यूटर नेवीगेशन की मदद से किया जाने वाला घुटना प्रत्यारोपण) के नाम से जाने जानी वाली इस सर्जरी को पूर्वी भारत में पहली बार अंजाम दिया गया। 
पूर्वी भारत में अपने तरह की इस पहली सर्जरी के फायदे गिनाते हुए डॉ. कपूर ने कहा, इसमें घुटना ज्यादा दिनों तक ठीक ढंग से काम करता है क्योंकि इसमें कंप्यूटर की मदद से इंप्लांट को कूल्हे की धुरी के एकदम सीध में रखा जाता है। नेवीगेशन का खर्च प्रति घुटना 50 से 55 हजार के बीच आता है। रिद्धिमा का पुनर्वास (रिहैबिलिटेशन) भी अपेक्षा पर खरा उतरा। सर्जरी के 24 घंटे के बाद वह अपने घुटने मोड़ सकती थीं। तीन दिन बाद तो वह खुद से बिस्तर से उठने और टहलने लगीं। घर पहुंचने के कुछ दिन बाद वह सीढ़ियां भी चढ़ने लगीं। मेडिका सुपरस्पेशलटी हॉस्पिटल के फिजिकल थेरेपी एवं रिहैबिलिटेशन विभाग की डायरेक्टर कविता रॉय ने बताया, मरीज की रिकवरी सही ढंग से हो रही है। उन्हें घुटना प्रत्यारोपण के बाद की जाने वाली एक्सरसाइज जारी रखने की सलाह दी गई है। 


घुटना प्रत्यारोपण के बाद फिजिकल थेरेपी, पुनर्वास का जरूरी हिस्सा है। रिद्धिमा चटर्जी ने बताया, मुझे कई तरह की एक्सरसाइज करने की सलाह दी गई थी। मैं उसके लिए काफी मेहनत कर रही हूं। मुझे अपने डॉक्टर से सितंबर में मिलना है। स्कूल टीचर होने के नाते वह घर में बैठे रहना नहीं चाहतीं। अपने सभी सहकर्मियों को चौंकाते हुए हुए उन्होंने दो महीने बाद ही स्कूल ज्वाइन कर लिया। अब उनकी जिंदगी की गाड़ी फिर से पटरी पर लौट आई है। रिद्धिमा की जूतियां, दुनिया भर से जुटाए गए बेशकीमती तोहफे, सालों से अलमारी में करीने से रखे थे। कभी सफाई के लिए अलमारी खोलती तो, फिर जूतियों को उसी तरह सजाकर नियत जगह रख देती। अलमारी का दरवाजा बंद करते वक्त उसकी आंखों में दर्द साफ झलकता था। मनपसंद खूबसूरत जूतियां होने के बावजूद, उन्हें पहन न पाने का उसका दर्द मैंने न केवल देखा, बल्कि महसूस भी किया। ये बयान करते हुए रिद्धिमा से बेपनाह मोहब्बत करने वाले उनके पति कुंतल चटर्जी की आंखे भर आईं। 
मेडिका अस्पताल समूह के चेयरमैन डॉ. आलोक रॉय ने कहा, सर्वश्रेष्ठ सेवा सुश्रुषा के लिए हम प्रतिबद्ध हैं। श्रीमती चटर्जी की फिर से सामान्य जीवन जी रही हैं, यह देखकर हमें बेहद खुशी है। इसमें शक नहीं कि घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी लगातार विकसित हो रही है। मेडिका का हरसंभव प्रयास होता है कि मरीजों को प्रभावी, सफल और प्रमाण आधारित प्रोसीजर उपलब्ध कराया जाए। अलमारी में सजा कर रखी गई जूतियों की किस्मत शायद फिर से खुल गई है, क्योंकि श्रीमती चटर्जी अब उन्हें पहन सकती हैं। 

इसमें दो राय नहीं कि कोलकाता में पहले भी बड़ी संख्या में घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी हुई है लेकिन यह सर्जरी इसलिए अनोखी है क्योंकि पहली बार इसमें कंप्यूटर नेवीगेशन की मदद ली गई। पूर्वी भारत में अपनी तरह का यह पहला मामला है।
कर्नाटक की जंग, हैदराबाद पहुंचने वाली है JDS-कांग्रेस MLAs को लेकर जा रही बस

कर्नाटक की जंग, हैदराबाद पहुंचने वाली है JDS-कांग्रेस MLAs को लेकर जा रही बस

बेंगलुरु : कर्नाटक के कांग्रेस विधायक हैदराबाद पहुंचने वाले हैं. गुरुवार देर रात बस में सवार होकर हैदराबाद जा रहे कांग्रेस विधायकों में ज्यादातर नव निर्वाचित विधायक हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता कर्नाटक में ही अपने आवास पर हैं, पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं पर विश्वास जताया है. कांग्रेस का मानना है कि वरिष्ठ नेता पार्टी के प्रति वफादारी दिखाएंगे. रामलिंगा रेड्डी, शमनुर शिवशंकरप्पा सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस विधायक अपने घर पर हैं. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस विधायकों के साथ ही हैदराबाद जा रहे जेडीएस विधायकों की बस भी करनूल से आगे निकल गई है. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक पार्टी के दो लापता विधायकों राजशेखर पाटिल और प्रताप गौड़ा पाटिल ने पार्टी के शीर्ष नेताओं से संपर्क किया है. कांग्रेस नेताओं ने दावा किया है कि मैसूर क्षेत्र के कुछ बीजेपी विधायक उनके संपर्क में हैं. 
मंगलवार तक कांग्रेस के विधायक बेंगलुरु के ईगलटन रिजॉर्ट में रूके हुए थे, बाद में पार्टी ने इन्हें हैदराबाद भेजने का फैसला किया. एक तरफ कांग्रेस विधायकों ने रिजॉर्ट छोड़ा तो वहीं जेडीएस विधायकों ने भी अपना होटल छोड़ दिया. इससे पहले मंगलवार को दिन में कर्नाटक में मौजूद सीनियर कांग्रेस नेताओं गुलाम नबी आजाद, अशोक गहलोत ने जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी के साथ ईगलटन रिजॉर्ट में लंबी मीटिंग की. बैठक में पूर्व सीएम और कांग्रेसी नेता सिद्धारमैया भी मौजूद रहे. जेडीएस के नेता कुमारस्वामी ने कहा कि विधायकों की खरीद फरोख्त को रोकने के लिए हम विधायकों को बेंगलुरु से बाहर भेज रहे हैं. जेडीएस और कांग्रेस के विधायक एक ही जगह साथ रहेंगे. कांग्रेस को उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट बहुमत साबित करने के समय को घटाएगा, इसलिए वह रिजॉर्ट छोड़ रहे हैं. अब वह सीधे वोट डालने के लिए ही आएंगे. 
कांग्रेस विधायकों के लिए फ्लाइट की भी परमिशन नहीं 
बेंगलुरु में मौजूद कांग्रेस की विधायक यशोमती ठाकुर का कहना है कि उनसे सारी पुलिस सुरक्षा वापस ले ली गई है. हमारे विधायकों को धमकी भरे फोन आ रहे हैं, फ्लाइट की भी परमिशन नहीं मिल रही है, क्या हम सच में लोकतंत्र में रह रहे हैं. 
रिजॉर्ट में घुस गए थे बीजेपी नेता 
कांग्रेस नेता रामलिंगा रेड्डी ने आरोप लगाया है कि कुछ बीजेपी नेता रिजॉर्ट में आ गए थे और विधायकों से बातचीत करने की कोशिश कर रहे थे. यही कारण है कि वह रिजॉर्ट छोड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं लेंगे. उन्होंने बताया कि जो दो विधायक अभी यहां पर नहीं हैं वह हमारे टच में हैं. 
राहुल ने की देवगौड़ा से बात 
कर्नाटक में लगातार बदलती परिस्थिति को देखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा से बात की है. बताया जा रहा है कि दोनों के बीच करीब 10 मिनट बातचीत हुई. कांग्रेसी आनंद सिंह ने छोड़ा पार्टी का साथ इस बीच सूत्रों की मानें तो कांग्रेस विधायक आनंद सिंह अब पार्टी का साथ छोड़ चुके हैं. आनंद सिंह ने इस बारे में पार्टी को भी कह दिया है. हालांकि, आनंद सिंह बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे, लेकिन अपने पद से इस्तीफा दे देंगे. साफ है कि अगर आनंद सिंह इस्तीफा देंगे, तो फिर बहुमत के आंकड़े के लिए संख्या में थोड़ा फेरबदल हो सकता है. 
DGCA से नहीं मिली परमिशन 
बताया जा रहा है कि कांग्रेस के विधायक प्राइवेट प्लेन के जरिए किसी पड़ोसी राज्य में शिफ्ट होने की सोच रहे थे, लेकिन उन्हें DGCA (Directorate General of Civil Aviation) ने परमिशन नहीं दी है.
JIO और BSNL से मुकाबले के लिए एयरटेल लाया ये नया प्री-पेड ऑफर

JIO और BSNL से मुकाबले के लिए एयरटेल लाया ये नया प्री-पेड ऑफर


  • टॉकटाइम के साथ नेट पैक का है जोर 
  • पोस्टपेड के साथ प्रीपेड में भी नए नए ऑफर 
  • कंपनियों में ग्राहक को सस्ता पैक देने का कंपीटीशन 

नई दिल्ली: अब इंटरनेट की दुनिया है. इंटरनेट मोबाइल पर अच्छा खासा खपत हो रहा है. हर मोबाइल कंपनी इंटरनेट की बेहतर सुविधा के साथ टॉकटाइम का ऑफर दे रही हैं. इन कंपनियों में अब टॉकटाइम और डाटा पैक के बेहतर तालमेल कर ग्राहक को ऑफर देने की होड़ लगी हुई है. यह प्लान तय हो जाने के बाद इंटरनेट की बेहतर स्पीड के लिए लड़ाई हो रही है.
ग्राहक अब स्पीड के लिए कंपनी बदल ले रहा है. आए दिन नई नई रिपोर्ट में एक कंपनी दूसरे पर स्पीड के मामले में हावी होने का दावा करती है. बाजार में जियो ने देर से एंट्री की. लेकिन अपने आकर्षक प्लान के दम पर अब बाजार में लीडिंग पोजिशन पर आ गया है. सरकारी टेलिकॉम कंपनी बीएसएनएल ने जियो को टक्कर देने के लिए सस्ते प्लान बाजार में उतारे. वहीं, अन्य कंपनियों ने जियो से टक्कर के लिए अपने महंगे प्लान बदले. ऐसे में Airtel ने BSNL, Jio से मुकाबला करने के लिए नया अनलिमिटेड डेटा अनुभव वाला प्लान उतारा है. यह प्लान 199 रुपये वाला है. बताया जा रहा है कि इस प्लान में दिन का डेटा खत्म हो जाने के बाद भी डेटा की रफ्तार एफयूपी (फेयर यूसेज पॉलिसी) में कमी नहीं आएगी. यानी स्पीड 128केबीपीएस वाली डेटा सीमा खत्म होने के बाद भी बरकरार रहेगी. BSNL पहले ही 128केबीपीएस की स्पीड दे रहा है, जबकि Jio ऐसी स्थिति में 128केबीपीएस से स्पीड को घटाकर 64केबीपीएस कर देता है. कहा जा रहा है कि एयरटेल सब्सक्राइबर, जिन्होंने असीमित प्रीपेड पैक खरीद लिया है, वे 128केबीपीएस की एफयूपी स्पीड का फायदा उठा पाएंगे. उदाहरण के लिए, अगर आप 199 रुपये वाला पैक इस्तेमाल कर रहे हैं, जिसमें 1.4 जीबी डेटा प्रतिदिन मिलता है, तो आपको 1.4 जीबी खत्म करने के बाद तुरंत रीचार्ज करवाने की ज़रूरत नहीं है. आपको डेटा 128केबीपीएस की स्पीड से मिलता रहेगा.
एयरटेल कस्टमर केयर एग्जिक्युटिव ने बताया कि असीमित अनुभव सिर्फ प्रतिदिन डेटा वाले प्लान पर मिलेगा. ध्यान रहे, Airtel का 149 रुपये वाला प्रीपेड पैक भी है, जो 28 दिन में कुल 28 जीबी डेटा देता है. इसमें 1 जीबी हर दिन डेटा इस्तेमाल करने की सीमा दी जाती है. इसमें असीमित लोकल, एसटीडी और रोमिंग कॉल का लाभ मिलता है. साथ ही ग्राहक इस पैक के ज़रिए 100 एसएमएस हर दिन भेज सकते हैं. वहीं, Airtel के 149 रुपये वाले प्लान से जियो के 149 रुपये वाले पैक की तुलना करें तो अंतर साफ नज़र आता है. Jio का प्रीपेड पैक समान कीमत में यूज़र को 42 जीबी डेटा, 28 दिन की वैधता के साथ देता है. इसमें प्रतिदिन 1.5 जीबी डेटा इस्तेमाल के लिए मिलता है. यह पैक लोकल, एसटीडी व रोमिंग वॉयस कॉल की सेवा देता है.
पाकिस्‍तान की ओर से फिर सीजफायर का उल्‍लंघन, बीएसएफ का एक जवान शहीद

पाकिस्‍तान की ओर से फिर सीजफायर का उल्‍लंघन, बीएसएफ का एक जवान शहीद

जम्‍मू : पाकिस्‍तान रमजान के पाक महीने में भी अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। जम्मू-कश्मीर के आरएस पुरा सेक्टर में पाकिस्तानी सेना की ओर से गुरुवार रात एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया गया। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की ओर से पाकिस्तानी सेना को माकूल जवाब दिया गया। लेकिन इस दौरान एक बीएसएफ जवान शहीद हो गया है। खबरों के मुताबिक, इस हमले में दो आम नागरिक भी घायल हुए हैं। इस साल की शुरुआत से ही आरएस पुरा सेक्‍टर में पाकिस्‍तान की ओर से लगातार सीजफायर का उल्‍लंघन हो रहा है। लगातार बॉर्डर पार से हो रही गोलीबारी के कारण जनवरी में सेना ने आम नागरिकों को यहां से सुरक्षित जगह शिफ्ट कर दिया था। इसके कुछ समय बाद यहां माहौल थोड़ा शांत हुआ था। पाक गोलीबारी में मारे गए बीएसएफ जवान का नाम कांस्‍टेबल सीताराम उपाध्‍याय था, जो झारखंड का रहने वाला था। उनकी एक तीन साल की बेटी और एक साल का बेटा है। ज्ञात हो कि पाकिस्तान की ओर से रमजान के पहले दिन ही जम्मू-कश्मीर के सांबा और कठुआ जिलों में बुधवार को रातभर 15 सीमा चौकियों और कुछ रिहायशी इलाकों पर गोलीबारी की गई और मोर्टार दागे गए। इसमें बीएसएफ का एक जवान घायल हो गया था। चार माह तक शांत रहने के बाद पाकिस्तान ने हीरानगर सेक्टर में संर्घष विराम का उल्लंघन करते हुए अपने तोपों के मुंह भारतीय की ओर खोल दिए। बुधवार रात से पूरे क्षेत्र में पाकिस्तान द्वारा की जा रही भारी गोलाबारी से नागरिकों, सुरक्षा बलों और पशुओं को भारी नुकसान हुआ है। अकारण गोलाबारी से लोंडी गांव के स्थानीय दौलत राम घायल हो गए। जिसे प्राथमिक उपचार के लिए स्थानीय सब जिला अस्पताल हीरानगर में भर्ती कराया गया है।